Checking Heights..!! :) ;)
Saturday, 27 August 2016
#दाना मांझी
पंजर के भीतर क़ैद ह्रदय में , जो एक "हाँजी" होता
भीड़ अंधी-गूंगी न होती , हर दरिया का माँझी होता
वातानुकूलित कमरे से निकल ,कोई सुख - दुःख का सांझी होता
न कोई कालाहांडी होती , न कोई दाना मांझी होता
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