Monday, 28 July 2014

वक़्त

जो आज है ,
वो कल में बदल जाएगा ,
ये एक वक़्त है,
कल वो वक़्त आएगा |

अभी इच्छाओं का ढेर है,
आशाओ का मेला,
उम्मीदों की जंजीरें हैं,
प्रश्नों का है रेला,
आज दुनिया को मेरी फिक्र है,
कल शायद कोई पूछने भी नहीं आएगा,
जो आज है ,
वो कल में बदल जाएगा ,
ये एक वक़्त है,
कल वो वक़्त आएगा |  

अनंत को निहारती नज़रें,
आप-धापी से गुज़रती राह,
अध-खुली खिड़की की रौनक,
बेफिक्री की चाह,
आज हुई जान-पहचान इस समय से,
कल मन इसकी आदत का वास्ता दे जाएगा
जो आज है ,
वो कल में बदल जाएगा ,
ये एक वक़्त है,
कल वो वक़्त आएगा |

चारों ओर है खामोशी,
भीतर तूफ़ान की तैयारी है,
ऐसे नहीं तो वैसे सही ,
पर ये रात बड़ी भारी है,
उजियारे की मारी रात है,
कदम तो लड़खड़ाएगा, 
और जो आज है,
वो कल में बदल जाएगा,
ये एक वक़्त है,
कल मेरा वक़्त आएगा ||

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