Friday 30 December 2016

नया साल




एक ग़ाफ़िल सा साल था
चला गया , जा रहा है
पर , ख़्वाबीदा मेरी हसरत
फिर अगले साल को
नया ख़्वाब आ रहा है
❤️

(ग़ाफ़िल- insensible
ख़्वाबीदा - lost in dreams , latent )