Saturday 15 November 2014

sleepless saturday#5




आधा चाँद और एक सूरज भी,
अधखिली कलियाँ कुछ शबनम.

बांसुरी की धुन से लिपटा एक साज़
,कुछ अधूरी पर मीठी आवाज़.

नन्ही आँखों में बड़े सपने,
 और कुछ खाली पन्नों वाली किताब.

कोई ला के मुझे दे एक मीठा सा सवाल
 एक नन्हा सा जवाब.

- by Siddharth Kumar Yadav

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